साधना
साधना, अर्थात स्वयं को साधने की कला। अति दुर्गम होता यह पथ। किंतु, किसी भी अन्य सांसारिक सुख की तुलना में कहीं अधिक श्रेष्ठ व सुखद। साध्वी वृंदा ओम के इस मनमोहक व हृदय को मथ कर रख देने वाले लेख में है एक अचंभित कर देने वाला अनुभव, जो साधना की गूढ़, रहस्यपूर्ण व प्रेरणास्पद यात्रा से आपको परिचित कराता है।आइए देखें कि गुरु कृपा से क्या कुछ संभव नहीं?...